कंपनी का कारोबार
National Securities Depository Limited (NSDL) की स्थापना 1996 में हुई और यह भारत की पहली और सबसे बड़ी डिजिटल सिक्योरिटीज डीपोज़िटरी है, जिसने देमेट प्रणाली को जन्म देकर प्रमाणपत्रों से मुक्त, तेज़ व सुरक्षित स्टॉक ट्रेडिंग संभव बनाई। इसका इन्फ्रास्ट्रक्चर इतने व्यापक स्तर पर फैला है कि यह $5 ट्रिलियन से अधिक मूल्य के सिक्योरिटीज़ का प्रबंधन करता है।
FY2025 में NSDL ने ₹1,535 करोड़ की आय दर्ज की और इसका नेट प्रॉफिट ₹343 करोड़ रहा, जिसमें सालाना वृद्धि क्रमश: लगभग 12% और 25% रही। इसका बिजनेस मॉडल मुख्यतः वार्षिक डीपोज़िटरी व सब्सक्रिप्शन फीस, ट्रांजैक्शन चार्जेज़ और वैल्यू-एडेड सर्विसेज़ जैसे e-Voting और डेटा एनालिटिक्स पर आधारित है।
कंपनी का नेटवर्क देशभर में फैला है और यह निवेशकों, ब्रोकरों, कंपनियों और संस्थागत ग्राहकों को सुरक्षित एवं तेज सेवाएं प्रदान करती है। भारत में डिजिटल ट्रांजैक्शन और कैपिटल मार्केट की बढ़ती सक्रियता NSDL के लिए बड़े अवसर लेकर आ रही है, जिससे आने वाले वर्षों में इसकी ग्रोथ की संभावना और मजबूत हो रही है।
Order Book
NSDL पारंपरिक मैन्युफैक्चरिंग कंपनियों की तरह “ऑर्डर बुक” नहीं रखती, क्योंकि इसका काम शेयरों और सिक्योरिटीज़ का इलेक्ट्रॉनिक रिकॉर्ड और ट्रांसफर प्रबंधन है। इसके बावजूद, NSDL की “व्यवसायिक बुक” लगातार बढ़ रही है, क्योंकि भारत में डीमैट अकाउंट्स की संख्या तेजी से बढ़ रही है और मार्केट में लेन-देन का वॉल्यूम नए रिकॉर्ड बना रहा है।
कंपनी का नेटवर्क 65,000 से अधिक डीपोज़िटरी पार्टिसिपेंट्स तक फैला हुआ है, जिसमें ब्रोकर, बैंक, वित्तीय संस्थान और कंपनियां शामिल हैं। यह नेटवर्क हर साल करोड़ों ट्रांजैक्शनों को सुरक्षित रूप से प्रोसेस करता है।
सरकार की डिजिटल इंडिया पहल, निवेशकों में बढ़ती जागरूकता और IPO मार्केट में बढ़ोतरी NSDL के बिजनेस को अप्रत्यक्ष रूप से मजबूत कर रहे हैं।
कुल मिलाकर, NSDL की “ऑर्डर बुक” का मतलब इसके बढ़ते क्लाइंट बेस, बढ़ते लेन-देन और नए वैल्यू-एडेड सर्विस कॉन्ट्रैक्ट्स से है, जो आने वाले वर्षों में कंपनी के लिए स्थिर राजस्व और मुनाफे का आधार बनाए रखेंगे।
Share Price कहां तक जा सकता है
NSDL ने 6 अगस्त 2025 को अपना IPO ₹760–₹800 के प्राइस बैंड में लॉन्च किया और लिस्टिंग के दिन लगभग ₹936 पर बंद हुआ, जिससे निवेशकों को करीब 17% का लिस्टिंग गेन मिला।
मार्केट एनालिस्ट्स के अनुसार, अगर कंपनी अपने क्लाइंट बेस और सर्विस पोर्टफोलियो में निरंतर विस्तार करती है, तो 2025 के अंत तक इसका शेयर ₹1,100–₹1,300 तक जा सकता है।
लंबी अवधि में, 2026–2027 तक यह ₹1,500–₹1,800 तक और 2030 तक ₹2,800–₹3,800 तक पहुंच सकता है, बशर्ते कंपनी का राजस्व और मुनाफा स्थिर गति से बढ़ता रहे।
हालांकि, निवेशकों को ध्यान रखना चाहिए कि शेयर बाजार में जोखिम हमेशा मौजूद रहता है। प्रतिस्पर्धा (जैसे CDSL), नियामकीय बदलाव, और मार्केट वोलैटिलिटी प्राइस मूवमेंट को प्रभावित कर सकते हैं।
लॉन्ग-टर्म निवेशकों के लिए NSDL एक भरोसेमंद विकल्प हो सकता है, लेकिन सही समय पर एंट्री और एग्जिट स्ट्रैटेजी अपनाना समझदारी होगी।